Description
मेरे प्रथम एकल-काव्य-संग्रह “ये धरती भी कुछ कहती है” को आप सभी बड़ों की सराहना, ढेर सारा प्यार व आशीर्वाद मिला जिसने मुझे कुछ और उन्नत करने का आत्मबल दिया और यही आत्मबल आज मेरे द्वितीय काव्य-संग्रह “शिखर से पहले” के रूप में परिणत है। प्रस्तुत काव्य-संग्रह मेरी अतुकान्त कविताओं का श्रेष्ठ चयन है जिसमें मैंने भाषा को सरल, प्रवाहमय एवं सुग्राह्य रखने का भरसक प्रयत्न किया है। जीवन के हर छोटे-बड़े पहलू से भावनात्मक जुड़ाव रखते हुए आप लोगों के ह्रदय के एक विशिष्ट कोने से गुजरने की पूरी कोशिश रही है। उम्मीद है आप लोग इसे भी अपना प्यार व आशीर्वाद अवश्य देंगे।