Description
काव्य-संग्रह ‘कविता बसंत बन जाती है’ (2022) के उपरांत प्रकाशित होने वाला ‘नये गीत हम गायेंगे’ मेरा द्वितीय काव्य-संग्रह है, जिसमें मूलतः मेरी वे रचनाएँ संकलित हैं, जो किसी न किसी पर्व, त्योहार अथवा विशिष्ट अवसर को ध्यान में रखते हुए लिखी गयी हैं। इस काव्य-संकलन में नव वर्ष, राष्ट्रीय युवा दिवस, तिल संक्रांति पर्व, गणतंत्र दिवस, शहीद दिवस, बसंत पंचमी, सरस्वती पूजा, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस, बसंतोत्सव होली, श्री रामनवमी, तुलसी जयंती, दिनकर जयंती, रक्षाबंधन, स्वतंत्रता दिवस, भीषण गर्मी के बाद वर्षा ऋतु आगमन, अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस, हिन्दी दिवस, पितृपक्ष, नवरात्रि, विजयादशमी, शरद पूर्णिमा, दीपावली, छठ पूजा, गोवर्द्धन पूजा, गोपाष्टमी, बाल दिवस तथा लोकतंत्र के महापर्व चुनाव आदि अवसरों को विषय बनाकर लिखी गयीं रचनाएँ शामिल हैं, जो साहित्यानुरागी पाठकों को अवश्य ही पसंद आयेंगी। नया त्योहार, नयी उम्मीदें, नयी खुशियाँ एवम् नये-नये गीत।
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