Description
प्रभूत परिमाण में साहित्य सृजन कर यशस्वी रहे साहित्य वाचस्पति- डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति द्वारा रचित काव्य संग्रह- ‘वक्त की रेत’ में संकलित कविताएँ अनेक बिम्बों में रचित हैं। इन कविताओं में मानवीय संवेदना और प्रेम के साथ यदा-कदा हास्य-व्यंग्य का भी समावेश है। भाषा के साथ शब्दों का सुन्दर समन्वय इस संकलन को विशिष्टता प्रदान करते हैं। छोटी-छोटी रचनाओं में भी ‘गागर में सागर’ भरने का प्रयास किया गया है। यह कृति मनुष्य को सचेत होने का आह्वान करती है। संग्रह की सभी रचनाएँ सम्यक रूप से यथार्थ के धरातल पर लिखी गई उद्देश्य परक, ज्ञानवर्धक एवं मनोरंजक होने के साथ ही पाठकों को नई प्रेरणा से अनुप्राणित भी करती हैं।
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