Description
प्रिय पाठकों आप सभी को मेरा सादर विनम्र अभिवादन !
मित्रों मेरी प्रथम पुस्तक वर्तमान विडम्बनाएं एवं यथार्थ आपके पठन हेतु उपलब्ध हो रही है। मेरी इस पुस्तक में मैंने हमारे विभिन्न त्यौहारों की समीक्षा कर उनके सैद्धांतिक उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए सामाजिक कुरीतियों व नीतिगत विसंगतियों को उजागर करने तथा प्रकृति के मूक घटकों को भी अभिव्यक्ति देकर पर्यावरणीय जागृति के साथ – साथ किन्नरों के संदर्भ में पूर्वाग्रहों, मान्यताओं व यथार्थ को प्रस्तुत करने का एक छोटा-सा प्रयास भी किया है।
इसलिए कृपया आप मेरी पुस्तक को अवश्य पढ़े तथा अपनी प्रतिक्रियाओं व सुझावों द्वारा मार्गदर्शन कर मुझे अनुग्रहित करते रहे। आपके सुझावों को आगामी लेखन में समावेशित करने का यथासंभव प्रयास अवश्य किया जाएगा।
🙏
लेखिका
किन्नर भावना मंगलमुखी
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