Description
“रंग प्रेम का ” काव्य संग्रह मेरी चौथी कृति है जिसमें प्रेम एवं भक्ति रस से परिपूर्ण कुल 92 रचनाएँ है जो मेरे अंतर्मन की अभिव्यक्ति है जिसे मैंने शब्दों के मोतियों से सजा कर किताब रूपी माला बनाने का प्रयास किया है जो पाठकों के ह्रदय को भी अवश्य तरंगित कर देगा |इसी विश्वास के साथ मैंने इस काव्य संग्रह को प्रस्तुत करने का प्रयास किया है जो कि किसी पूर्व निर्धारित योजना के तहत नहीं लिखे गये हैं मूलतः मेरे स्वयं के द्वारा ही लिखे गये है जो केवल सरल सहज भावों की अभिव्यक्ति है | |
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