Rajasthani Bhasha ka Gauravshali Etihaas

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Description

राजस्थानी भाषा राज्य दर्जा एवं आठवीं अनुसूची के संबंध में राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन कर निर्णय लिया राजस्थानी भाषा के , अब वह दिन दूर नहीं मातृभाषा को अपना अधिकार मिलेगा।
राजस्थानी भाषा की उत्पत्ति और इसका प्रसार राजस्थान राज्य के बाहर फैली हुई है । राजस्थानी पूर्णतया भाषा मान चुका यूजीसी एनसीईआरटी साहित्य अकादमी, नेपाल का संविधान एवं अमेरिका का लेकिन भारत की संसद ही राजस्थानी की मान्यता रोक रखा है और राजभाषा के लिए संविधान में अनुच्छेद 343 , 46 और 47 मैं यह नियम है कि राज्य सरकार चाहे तो क्षेत्र में बोली जाने वाली भाषा को राजभाषा बनाने का पूर्णतः स्वतंत्र है। राजस्थानी शब्दकोष विश्व में सबसे बड़ा शब्दकोष है, जिसमें कुल दो लाख दस हजार से भी अधिक शब्द है, अब तो राजस्थानी भाषा में मान्यता के लिए आर-पार लड़ाई करनी होगी। देशभर के राजस्थानी भाषा के प्रेमियों डिजिटल माध्यम से राजस्थानी भाषा गौरवशाली इतिहास राष्ट्रीय पुस्तक आपके समक्ष प्रस्तुत है।

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