Description
अपराधों की प्रवत्ति, प्रकृति एवं रुझान देखकर विधायिका जब-जब भी एक-पक्षीय कानून बनाती है, तब-तब उसका दुरुपयोग ही अधिक होता है, सदुपयोग अत्यंत ही परिमित।
बच्चों के यौन शोषण को रोकने के लिए न्यायपालिका में कठोर प्रावधान हैं। किन्तु इन विधानों से कितना लाभ और कितनी हानि है।
वृद्ध घनश्याम शर्मा का एक नन्ही सी बच्ची के साथ किया गया घृणित कृत्य, लिफ्ट के सीसीटीवी कैमरा में रिकॉर्ड हो जाता है। किन्तु …
क्या घनश्याम शर्मा को उसके अपराध का दण्ड मिल सका?
क्या उस बच्ची एवं उसके माता-पिता को न्याय मिल सका?
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